नमस्कार दोस्तों , आज के लेख में हम बात करेंगे B.Com Course Details In Hindi, बी.कॉम कोर्स क्या है? बी.कॉम कोर्स के लिए योग्यता क्या होना चाहिए? बी.कॉम कोर्स कहाँ से करें? इस कोर्स में क्या क्या पढ़ाया जाएगा? इस कोर्स की अवधि कितनी साल की होती है? बी.कॉम कैसे कर सकते हैं? सैलरी कितनी मिलती है और जॉब कहाँ कहाँ मिल सकती हैं ? आदि जानकारी इस आर्टिकल में विस्तार से जानेंगे तो आइए जानते हैं | B.Com Course Details In Hindi, बी . कॉम कोर्स क्या है?
विषयों की सूची
B.Com कोर्स क्या होता है? (B.Com Course Details In Hindi)
बी.कॉम जिसका फुल फॉर्म बैचलर ऑफ कॉमर्स (Bachelor of Commerce) है | यह एक अंडर ग्रेजुएट कोर्स है , जो 3 साल का कोर्स होता है और तीन साल के अंदर 6 सेमेस्टर पढ़ने होते हैं | यह कोर्स आपको लगभग सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में मिल जाएगा | जिन स्टूडेंट्स के पास ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा में कॉमर्स स्ट्रीम होता है , उन स्टूडेंट्स के लिए ये कोर्स सबसे पहला ऑप्शन होता है और बेस्ट ऑप्शन होता है |
बी. कॉम कोर्स के लिए क्या योग्यता होना चाहिए?
- बी.कॉम कोर्स के लिए साइंस स्ट्रीम से 12th पास होना जरूरी है |
- कॉमर्स स्ट्रीम के स्टूडेंट भी इस कोर्स को कर सकते हैं |
- PCM स्ट्रीम के स्टूडेंट्स भी इस कोर्स को कर सकते हैं |
- किसी भी स्ट्रीम से 45-50 प्रतिशत अंक होना आवश्यक है |
- अगर स्टूडेंट्स 10th+2 या 3 साल का डिप्लोमा कोर्स करता है, वह भी इस कोर्स में एडमिशन ले सकता है |
- इस कोर्स को आप डिस्टेंस मूड से भी कर सकते हैं , लेकिन इसके लिए आपको ग्यारहवीं और बारहवीं में 50-60 प्रतिशत अंक होना चाहिए |
बी.कॉम में एडमिशन कैसे लें?
बी.कॉम में एडमिशन दो तरीके से किया जाता है |
- मेरिट के आधार पर
- एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर
- ज्यादातर कॉलेजों में मेरिट के आधार पर ही एडमिशन लेते हैं |
- कुछ ऐसे भी हाई- फाई कॉलेज हैं जो अलग से अपने कॉलेज में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम लेते हैं |
बी.कॉम कोर्स फीस कितनी होती है?
- बी.कॉम कोर्स फीस प्राइवेट और गवर्नमेंट कॉलेज दोनों में अलग अलग होती है |
- प्राइवेट कॉलेज फ़ीस दस हजार से एक लाख रूपये तक हो सकते हैं |
- गवर्नमेंट कॉलेज की फीस पांच हजार से सात हजार रूपये हो सकते हैं |
दोनों कॉलेजों की फीस एक साल की है |
बी.कॉम में सिलेबस क्या रहता है?
इस कोर्स का सिलेबस सेमेस्टर वाईज डिवाइड होता है , जैसे की मैंने बताया की यह कोर्स 3 साल की होती है और इसमें 6 सेमेस्टर होते हैं | छह सेमेस्टर के हिसाब से इस कोर्स को इस प्रकार डिवाईडेड किया गया है |
1st YEAR :
Semester I | Semester II |
English and Business Communication | English and Business Communication |
Business Economics-I | Interdisciplinary e-Commerce |
Commercial Laws | Business Economics – II |
Interdisciplinary Psychology for Managers | Corporate Accounting |
Principles of Financial Accounting | Business Laws |
Principles and Practices of Management | Business Laws |
2nd YEAR :
Semester III | Semester IV |
Interdisciplinary Issues in Indian Commerce | Interdisciplinary Security Analysis and Portfolio Management |
Cost Accounting | Interdisciplinary Security Analysis and Portfolio Management |
Company Law | Interdisciplinary Security Analysis and Portfolio Management |
Business Mathematics and Statistics | Cost Management |
Banking and Insurance | Marketing Management |
Indirect Tax Laws | Quantitative Techniques and Methods |
3rd YEAR :
Semester V | Semester VI |
Income Tax Law | Direct Tax Laws |
Management Accounting | Financial Management |
Indian Economy | Issues in Financial Reporting |
Production and Operation Management | Social and Business Ethics |
Entrepreneurship and Small Business | Operational Research |
Financial Markets and Services | Sectoral Aspects of Indian Economy |
बी.कॉम के क्या फायदे हैं?
- जो स्टूडेंट साइंस फील्ड में नहीं जाना चाहते हैं उन स्टूडेंट के लिए ये कोर्स काफी अच्छा है |
- अगर आप इस कोर्स को कर लेते हैं तो आपके पास काफी सारे जॉब के विकल्प मिल जाते हैं |
- जैसे SSC के कॉम्पटीटिव एग्जाम भी दे सकते हैं | आप उन सभी कॉम्पिटीटिव एग्जाम को तो दे ही सकते हैं जिनमें ग्रेजुएट एलिजिबिलिटी मांगी जाती है और अगला फ़ायदा यह है कॉम्पिटीटिव एग्जाम पूरा करने के बाद आप गवर्नमेंट जॉब पा सकते हैं |
- इसके आलावा और भी कई फायदे हैं जैसे की बी.कॉम कम्पलीट करने के बाद आप डायरेक्ट जॉब भी कर सकते हैं या अपने अध्ययन भी जरी रख सकते हैं |
- जॉब में जैसे : मार्केटिंग , ऑफिस असिस्टेंट , एकाउंटिंग , इस टाइप के प्राइवेट जॉब आपको मिल जाएँगे |
- अगर आप हाई लेवल के जॉब चाहते हैं तो, फिर आपको बी.कॉम के बाद हायर स्टडी भी करनी होगी जैसे की M.Com , MBA , MCA आप इन सभी को कोर्स कर सकते हैं |
- अगर आप बी.कॉम किसी अच्छे कॉलेज से पास करते हैं तो आपको किसी भी कंपनी में अच्छी सैलरी पर join कर लिया जाएगा |
B.Com कोर्स के बाद रोजगार क्षेत्र क्या – क्या हो सकता है?
- बिजनेस कंसल्टेंट्स
- बैंकिंग
- एजुकेशन इंस्टिट्यूट
- फॉरेन ट्रेड सेंटर
- इंडस्ट्रियल हाउसेस
- इन्वेस्टमेंट बैंकिंग सेक्टर
- टेलीकम्यूनिकेशन
- मर्चेंट बैंकिंग सेंटर
- मार्केटिंग कम्पनीज
- पब्लिक एकाउंटिंग फार्म्स
- ऑडिटिंग
- वोर्किंग कैपिटल मैनेजमेंट
- पालिसी प्लानिंग बॉडीज
- पब्लिक एकाउंटिंग फर्म्स
- ट्रेसुरी एंड फोरेक्स डिपार्टमेंट
- कंसल्टिंग
- मैन्युफैक्चरिंग
- बजट प्लानिंग बॉडीज
बी.कॉम कोर्स के बाद कौन से पद में नौकरी कर सकते है |
- एकाउंटेंट
- टैक्स कंसल्टेंट्स
- बैंक पी.ओ
- एकाउंट एग्जीक्यूटिव
- इवेंट मेनेजर
- ट्रेवल एंड टूरिज्म
- कमोडिटी ट्रेडर्स
- बुक कीपर
- ऑडिटर
- बजट एनालिस्ट
- बिजनेस कंसलटेंट
- कास्ट एस्टीमेटर
- फाइनेंस मेनेजर
- फाइनेंसियल एनालिस्ट
- स्टोक ब्रोकर
- चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर
- सर्टिफाईड पब्लिक अकाउंटेंट
- चार्टेड मैनेजमेंट अकाउंटेंट
बी.कॉम कोर्स करने के बाद सैलरी कितनी मिलती है?
शुरूआती सैलरी लगभग 2 लाख से 5 लाख रूपये हर साल मिल सकती है |
सैलरी आपके कंपनी पर भी निर्भर करता है की किस तरह के लोकेशन पर काम कर रहे हैं |
B.Com कोर्स के लिए टॉप कॉलेजों के नाम कौन कौन से है?
- हिन्दू कॉलेज – दिल्ली
- क्रिस्ट यूनिवर्सिटी – बेंगलोर
- जोशेफ कॉलेज ऑफ कॉलेज – बेंगलोर
- गार्गी कॉलेज – न्यू दिल्ली
- श्री वेंकटेश्वारा कॉलेज
B.Com कोर्स के बाद कौन कौन से कोर्स कर सकते हैं?
B.Com के बाद निम्नलिखित कोर्स किया जा सकता है जैसे :
FAQ :
प्रश्न : B.Com के बाद आपको क्या करना चाहिए?
उत्तर : B.Com के बाद आप एक अकाउंटेंट बिजनेस एनालिस्ट , ऑडिटर , इक्नोमिस्ट , फाइनेंस ऑफिसर , स्टोक ब्रोकर , और बिजनेस प्लानर के तोर पर जॉब कर सकते हैं |
प्रश्न : B.Com कोर्स कितने साल का कोर्स होता है?
उत्तर : B.Com कोर्स 3 साल का होता है जिसमें 6 सेमेस्टर पढ़ाए जाते हैं |
प्रश्न : B.Com कोर्स के लिए कितने परसेंटेज चाहिए?
उत्तर : B.Com के लिए न्यूनतम मार्क्स 40% से बढ़ाकर 60% कर दिया गया है | मैथ में 50% अंक होना अनिवार्य होगा , वहीं B.Com ऑनर्स के लिए न्यूनतम मार्क्स में 15% की बढ़ोतरी की गयी है |
प्रश्न : M.Com क्या होता है?
उत्तर : M.Com का फुल फॉर्म मास्टर ऑफ कॉमर्स होता है | यह पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री होता है जिएमें स्टूडेंट को एकाउंटिंग से सम्बंधित कामों के लिए एक्सपर्ट बनाने की कोशिश कि जाती है | जिसे पूरा करने पर आप पोस्ट ग्रेजुएट कहलाते हैं |
FINAL ANALYSIS :
इस आर्टिकल में हमने जाना की B.Com Course Details In Hindi, बी.कॉम कोर्स क्या है? और B.Com कोर्स के बारे में सारी जानकारी विस्तार से बताया गया है | उम्मीद करता हूँ आप इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद अच्छे से समझ गये होंगे | आगर आप मार्केटिंग , बिजनेस, ऑडिटर जैसे कामों में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो B.Com Course Details In Hindi आर्टिकल आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है |