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BDS Course Details In Hindi – बीडीएस कोर्स क्या है?

नमस्कार दोस्तों, आज के लेख में हम बात करेंगे BDS Course Details In Hindi, बीडीएएस कोर्स क्या है? अगर आप अपना करियर एक डॉक्टर के क्षेत्र में बनाना चाहते हैं तो, BDS कोर्स के बारे में जरूर सुना होगा | लेकिन BDS कोर्स करने के लिए क्या योग्यता होना चाहिए? उम्र सीमा क्या होना चाहिए? प्रवेश शुल्क कितनी होती है? कोर्स फीस कितनी होती है? प्रवेश प्रक्रिया क्या है? किन किन विषयों को पढ़ाया जाता है? BDS कोर्स कितने साल का होता है?, और भी इससे जुड़े सारी जानकारी को विस्तार से इस आर्टिकल में जानेंगे , तो आइए जानते हैं BDS Course Details In Hindi

BDS Course Details In Hindi

बीडीएस कोर्स क्या है (BDS Course Details In Hindi)

बीडीएस (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) एक अंडरग्रेजुएट कोर्स होता है, जिसकी कोर्स अवधि 4 साल की होती है जिसमें एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल है| भारत में BDS ही एकमात्र स्वीकृत डेंटल प्रोफेशनल कोर्स है| इस कोर्स को कम्पलीट करने के बाद सरकारी और निजी हॉस्पिटल में दन्त चिकित्सक (Dental Doctor) के तौर पर जॉब कर सकते हैं | डेंटल डॉक्टर बनने के लिए यह एक प्रमुख कोर्स होता है |

BDS कोर्स के लिए क्या योग्यता होना चाहिए?

  • BDS कोर्स में एडमिशन लेने के लिए बारहवीं पास होना जरूरी है |
  • बारहवीं कक्षा में भौतिक (Psysics) , जीव विज्ञान (Biology) , रसायन (Chemistry) विषय का होना जरूरी है |
  • बारहवीं कक्षा में कम से कम 50% अंक होना चाहिए और इंग्लिश भाषा का पूर्ण ज्ञान होना चाहिए|
  • बारहवीं के फाइनल ईयर में पढ़ने वाले स्टूडेंट भी BDS कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं|
  • BDS कोर्स में प्रवेश के लिए न्यूनतम 17 वर्ष होना जरूरी है|

BDS कोर्स की अवधि कितनी होती है?

  • BDS 5 साल का एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसमें एक साल कंपल्सरी इंटर्नशिप के लिए होता है |
  • कैंडिडेट्स BDS डिग्री के लिए भारत के 300 से भी ज्यादा सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में एडमिशन ले सकते हैं |

BDS कोर्स क्यों ज्वाइन करना चाहिए?

हम ये मानते है की पिछले कुछ दशकों में BDS कोर्स को ज्यादा अहमियत नहीं दी जाती थी पर आज के समय में डेंटल सर्जन की पहचान और महत्त्व काफी ज्यादा बढ़ती जा रही है | इसकी वजह है जागरूकता (Awareness) जो लोगों में अपने ऑरल डेंटल केयर को लेकर आ रहे हैं | इस जागरूकता ने सच में डेंटिस्ट के फील्ड में प्रोफेशनल के मांग को बढ़ा दिया है | इसलिए अब BDS कोर्स सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाला कोर्स में से एक माना जाता है |

बीडीएस प्रवेश प्रक्रिया कैसे होती है?

नीचें हम आपको सूचीबद्ध तरीके से बता रहें है की BDS में प्रवेश कैसे होती है:

  • बीडीएस में प्रवेश आमतौर पर देश भर में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की एनईईटी (NEET) परीक्षा के माध्यम से होता है।
  • 2016 से यह अनिवार्य कर दिया गया है कि एमबीबीएस, बीडीएस आदि जैसे मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए छात्रों को एनईईटी के लिए उपस्थित होना आवश्यक है।
  • पाठ्यक्रम के लिए पात्र होने के लिए, छात्र को 10 + 2 योग्यता परीक्षा में न्यूनतम 50% प्राप्त करना होगा।
  • पात्रता मानदंडों को पूरा करने पर ही उम्मीदवारों को कॉलेज की प्रवेश प्रक्रिया में प्रवेश करने की अनुमति दी जाती है।
  • एक बार जब छात्र परीक्षा के लिए कट-ऑफ सेट कर लेते हैं, तो वे कॉलेज में प्रवेश के लिए परामर्श सत्र के साथ आगे बढ़ सकते हैं।

बीडीएस प्रवेश परीक्षा :

भारत में, बीडीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश केवल राष्ट्रीय स्तर की एनईईटी (NEET) परीक्षा पर आधारित है। परीक्षा के संबंध में कुछ और जानकारी नीचे प्रस्तुत की गई है:

  • बीडीएस में प्रवेश के लिए कई प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं किए जाते हैं। बीडीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा एनईईटी एकमात्र परीक्षा है।
  • NEET एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जो एमबीबीएस (MBBS), बीडीएस, बीएएमएस (BAMS) आदि जैसे स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।
  • इच्छुक उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर खुद को पंजीकृत करने और अपने व्यक्तिगत विवरण भरने की आवश्यकता है।
  • फिर उन्हें वहां उपलब्ध ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना होगा।
  • छात्रों को एडमिट कार्ड ईमेल के जरिए भेजे जाएंगे। आवेदकों से अनुरोध है कि वे निर्धारित तिथि पर ही परीक्षा के लिए उपस्थित हों।
  • परीक्षा में प्राप्त अंकों के अनुसार परिणाम घोषित किए जाते हैं|
  • यदि छात्र परीक्षा के लिए निर्धारित कट ऑफ को पास करने का प्रबंधन करता है तो वे कॉलेज में प्रवेश के लिए आयोजित परामर्श सत्र में आगे बढ़ सकते हैं।
  • 2016 से, यह अनिवार्य कर दिया गया है कि एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमएस और किसी भी अन्य मेडिकल कोर्स जैसे पाठ्यक्रमों में प्रवेश केवल राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा एनईईटी के माध्यम से होगा।
  • राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) एमबीबीएस, बीडीएस, आदि जैसे स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है।
  • बीडीएस प्रवेश पूरी तरह से हर संस्थान में एनईईटी के माध्यम से किया जाता है चाहे वह सरकारी कॉलेज हो या निजी कॉलेज।
  • भारत में आयोजित सबसे अधिक प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक होने के नाते, देश में मान्यता प्राप्त डेंटल कॉलेजों में प्रवेश के लिए NEET पर्याप्त रूप से आवश्यक है।

NEET प्रवेश परीक्षा की तैयारी कैसे करें?

चूंकि एनईईटी भारत में बीडीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एकमात्र प्रवेश द्वार है, इसलिए इसे पास करने के लिए उम्मीदवारों को बहुत मेहनत करनी पड़ती है। हर साल, 10 लाख से अधिक छात्र परीक्षा के लिए उपस्थित होते हैं जो इसे भारत में आयोजित सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में से एक बनाता है। नीचे कुछ सुझाव दिए गए हैं जो छात्रों को परीक्षा के लिए अच्छी तैयारी करने में मदद कर सकते हैं:

  • परीक्षा के लिए नवीनतम परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम को अच्छे से पढ़ लें जो आमतौर पर आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होता है। इससे आपको भ्रमित नहीं होने और सही रास्ते पर बने रहने में मदद मिलेगी।
  • एक अध्ययन योजना बनाएं और पाठ्यक्रम में उल्लिखित सभी विषयों को शामिल करें। इससे आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि आपने कितना कवर किया है और आपको कितना अधिक करना है।
  • एक उचित टाइम टेबल बनाएं और उसका सख्ती से पालन करें। इससे आपको अपना सिलेबस समय पर पूरा करने में मदद मिलेगी।
  • नीट के लिए सबसे अच्छी अध्ययन सामग्री खरीदें जिसमें सभी महत्वपूर्ण विषय शामिल हों। इसके अलावा, अपनी एनसीईआरटी की किताबों के बारे में पूरी जानकारी रखें, क्योंकि वहां से भी सवाल आ सकते हैं।
  • अपने आस-पास की घटनाओं के बारे में अपडेट रहने के लिए रोजाना समाचार पत्र पढ़ें।
  • आपने जो पढ़ा है उसके नोट्स तैयार करें। इससे आपको अंतिम समय में अच्छे से रिवीजन करने में मदद मिलेगी।
  • मॉक टेस्ट के लिए बैठें और समय सीमा का सख्ती से पालन करें। इससे आपको परीक्षा की वास्तविक स्थिति का अंदाजा हो जाएगा।

शीर्ष डेंटल कॉलेज कौन कौन से हैं?

भारत के टॉप डेंटल कॉलेजों के नाम इस प्रकार है जिनमे एडमिशन लेकर एक अच्छे डेंटल की डिग्री हासिल कर सकते हैं :

  • मौलाना आजाद इंस्टिट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज – न्यू दिल्ली
  • गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज – मुंबई
  • गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज – बैंगलोर
  • पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज – रोहतक

अगर आप किसी प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं आप जा सकते हैं :

  • मनिपाल कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस – मनिपाल यूनिवर्सिटी
  • क्रिस्चियन डेंटल कॉलेज – लुधियाना और
  • एसआरएम डेंटल कॉलेज – चेन्नई

BDS कोर्स का सिलेबस क्या है?

BDS कोर्स की अवधि 5 साल की होती है, अंतिम साल इंटर्नशिप शामिल है, नीचें हम आपको सूचीबद्ध तरीके से पाठ्यक्रम बता रहे हैं :

1st year :

  • Anatomy
  • Physiology + Biochemistry
  • Dental Anatomy + Dental Histology

2nd year :

  • Pharmacology
  • Microbiology + Pathology
  • Dental material
  • Total 4 subjects. But 3 papers of 70 marks each.

3rd year :

  • General Medicine
  • General Surgery
  • Oral Pathology

Final year (4th year) :

  • Oral Medicine and radiology
  • Oral and Maxillofacial Surgery
  • Prosthodontics
  • Periodontics
  • Public health and community dentistry
  • Conservative and endodontics
  • Pedodontics
  • Orthodontics
  • Human Physiology
  • Materials used in Dentistry
  • Human Oral Anatomy, Physiology, Histology and Tooth Morphology
  • Oral Pathology and Oral Microbiology
  • Orthodontics
  • Oral and Maxillofacial Surgery

BDS कोर्स की फीस कितनी है ?

BDS कोर्स बहुत चीजों पर निर्भर करती है, सरकारी और निजी कॉलेजों में फीस की अंतर बहुत ज्यादा होती है, सरकारी कॉलेज की औसत फीस 40000- 1 लाख रूपये तक होती है और निजी कॉलेजों की फीस लगभग 10 लाख से लेकर 15 लाख तक हो सकती है|

BDS कोर्स के बाद जॉब के विकल्प क्या क्या हो सकता है?

BDS कोर्स के बाद आप – रिसर्च इंस्टिट्यूट , प्राइवेट प्रैक्टिस , डेंटल प्रोडक्ट मैन्युफैक्चर , डेंटल क्लिनिक , हॉस्पिटल , फर्मास्यूटिकल कम्पनीज़ , एजुकेशनल इंस्टिट्यूट और डेंटल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चर में रिसर्चर , डेंटल सर्जन , डेंटिस्ट , डेंटल असिस्टेंट , प्रोफेसर आदि का काम कर सकते हैं | MDS कोर्स भी BDS कोर्स के बाद एक अच्छा विकल्प है, उनके लिए जो आगे स्टडीज करना चाहते हैं वह MDS करने के बाद स्पेशलाइजेशन डिग्री हासिल कर सकते हैं जैसे:

  • ऑपरेटिव डेंटिस्ट्री
  • प्रोस्थोडॉनटिस्ट
  • ऑरल मेडिसिन
  • रेडियोलोजी
  • ऑरल इम्प्लांटलॉजी
  • ऑरल MAXILLOFACIAL सर्जरी इत्यादि|

BDS कोर्स के बाद आप निम्नलिखित पदों में काम कर सकते हैं:

  • दंत चिकित्सक
  • शोधकर्ता
  • व्याख्याता
  • रक्षा सेवाओं में दंत चिकित्सा अधिकारी
  • भारतीय रेलवे में डेंटिस्ट

BDS कोर्स के बाद सैलरी कितनी मिलती है?

BDS कोर्स को करने के बाद डेंटिस्ट के रूप में 20 हजार से लेकर 30 रूपये हजार तक सैलरी हर महीने हो सकती है | यदि आप अपनी फील्ड में अच्छा खासा अनुभव हासिल कर लेते हैं यानि अनुभवी हो जाते हैं तो आपको 5 से 6 लाख सालाना भी मिल सकता है या आपपना खुद का क्लिनिक अगर खोलते हैं तो उससे भी मंथली 25 से 30 हजार इनकम कर सकते हैं |

FAQ :

प्रश्न: BDS डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है?

उत्तर : इस क्षेत्र में सैलरी 30 हजार से लेकर 80 हजार तक भी हो सकती है तथा निजी संस्थानों में 20 हजार से लेकर 2 लाख 50 हजार रूपये तक कमा सकते हैं |

प्रश्न: BDS कोर्स के बाद क्या करें?

उत्तर : BDS कोर्स इसके अलावा आप MDS भी कर सकते हैं , जिसके बाद आप किसी भी स्पेसिफिक डेंटल सर्जन बन सकते हैं या आप टीचिंग और रिसर्च के फील्ड में भी जा सकते हैं |

प्रश्न: डॉक्टर की सबसे बड़ी डिग्री कौन सी है?

उत्तर : मेडिकल साइंस के क्षेत्र में MBBS अंडरग्रेजुएट डिग्री या फर्स्ट प्रोफेशनल डिग्री है | MBBS कोर्सेज़ का लक्ष्य छात्रों को मेडिसिन के फील्ड में ट्रेंड करना है | MBBS पूरी होने पर , कोई व्यक्ति पशेंट्स के रोगों को डायग्नोस करने के बाद उन्हें मेडिसिन्स प्रिस्क्राइब करने के योग्य बन जाते हैं |

प्रश्न : MD कौन सी डिग्री होती है?

उत्तर : एमडी जिसका फुल फॉर्म डॉक्टर ऑफ मेडिसिन है | डॉक्टर ऑफ मेडिसिन एक पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री है जो मेडिसिन के क्षेत्र में एक पाठ्यक्रम या कार्यक्रम के लिए सम्म्लीत किया जाता है | डॉक्टर ऑफ मेडिसिन को MD के रूप में भी जाना जाता है जो का लेटिन शब्द है “मेडिसिन डॉक्टर ” जिसका अर्थ है चिकित्सा का शिक्षक |

प्रश्न: क्या भारतीय बीडीएस डिग्री को दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है?

उत्तर: नहीं, भारतीय बीडीएस डिग्री दुनिया भर में मान्यता प्राप्त नहीं है। अधिकांश देशों में, एक भारतीय बीडीएस स्नातक को दंत चिकित्सा का अभ्यास करने में सक्षम होने के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए उपस्थित होना पड़ता है।

FINAL ANALYSIS :

इस लेख में हमने जाना की BDS Course Details In Hindi, बीडीएएस कोर्स क्या है?  और BDS (बीडीएस) कोर्स से जुड़े सारी जानकारी को विस्तार से बताया गया है | दोस्तों अगर आप मेडिकल सब्जेक्ट के साथ 12th क्लास कर रहें हैं या कर चुके हैं तो BDS कोर्स आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है, इस BDS Course Details In Hindi लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद|

 

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