नमस्कार दोस्तों , आज के लेख में बात करेंगे DFA Computer Course in Hindi, DFA कोर्स क्या है? इस कोर्स में क्या – क्या सिखाया जाता है ? इस कोर्स की फीस कितनी होती है ? कोर्स की अवधि कितनी होती है ? इस कोर्स को करने के बाद जॉब किस कंपनी में मिलती है ? वेतन कितनी मिलती है और DFA कोर्स करने से क्या फायदे हैं ? इत्यादि टॉपिक के बारे में इस आर्टिकल में विस्तार से जानेंगे, तो आइए जानते हैं : DFA Computer Course in Hindi
विषयों की सूची
DFA कोर्स क्या है? (DFA Computer Course in Hindi)
DFA का पूरा नाम Diploma In Financial Accounting होता है | यह एक डिप्लोमा कोर्स है, जिसे कम्प्लीट करने के बाद वित्तीय क्षेत्र में काम करने के लिए डिप्लोमा का सर्टिफिकेट इंस्टिट्यूट या कॉलेज के द्वारा provide कराया जाता है | इसमें हमें सारे काम कंप्यूटर के सहायता से करना पड़ता है जो Accounting से सम्बंधित है |
DFA कोर्स की योग्यता क्या है?
- इस कोर्स को दसवीं के बाद अपने नजदीकी किसी भी कंप्यूटर इंस्टिट्यूट या कॉलेज से कर सकते हैं जो DFA कोर्स कराता है |
- आप उस कॉलेज या इंस्टिट्यूट से कोर्स करें जिसके द्वारा दिया जाने वाला सर्टिफिकेट पूरे इंडिया में मान्य हो |
DFA कोर्स कितने दिनों का होता है?
- इस कोर्स को आप 6 महीने में कर सकते हैं |
- किसी- किसी इंस्टिट्यूट में यह कोर्स 3 महीने में भी कम्प्लीट करता है |
DFA कोर्स की फीस कितनी होती है?
कोई भी इसकी एक्चुअल फीस नहीं बता सकता है , क्योंकि सभी इंस्टिट्यूट में अलग – अलग फीस होती है |
उदाहरण के तौर पर बात करें तो लोकल फीस 4000-6500 रूपये हो सकते हैं |
प्रोफेसशनल फीस 6500-10000 रूपये के बीच हो सकती है |
DFA कोर्स में क्या क्या सिखाया जाता है?
दोस्तों मैंने आपको बताया है की DFA एक डिप्लोमा कोर्स है और फाइनेंसियल एकाउंटिंग का काम किया जाता है | इसके आलावा भी कई चीजें है जो लोगों को एक्स्ट्रा में सीखना पड़ता है जैसे :
- Operating System
- Basic of Internet
- Word
- Power Point
- Database
- Basic Concept Of Accounting
Cash Book : Cash Book एक किताब की तरह होता है जिसमें ये मैनेज किया जाता है की कहाँ से पैसा आया , कितना पैसा आया , कितना पैसा गया , कितना पैसा बचा इत्यादि का रिकॉर्ड Cash Book में होता है |
Balance Sheet , Profit & Loss : Balance Sheet एक स्टेटमेंट है जो एक निश्चित तारीख पर रखरखाव की दितीय वित्तीय स्थति को प्रकट करता है यानि बैलेंस शीट व्यापारी की आर्थिक स्थति का विवरण होता है |
Ledgers : एक विशेष प्रकार के वित्तीय खतों की एक पुस्तक है अर्थात खता खोलने को ही हम Ledgers कहते हैं , यह टैली का एक ऑप्शन है | Ledgers एक तरह का अकाउंट होता है जिसकी मदद से हम टैली में वाउचर एंट्री करते हैं |
DFA कोर्स के बाद नौकरी के विकल्प :
DFA के बाद आप निम्नलिखित पदों में जॉब्स कर सकते हैं :
- Account Executive
- Tally operator
- Admin Executive
- Banking Clerk
- Inventory Clerk
DFA करने के बाद किन-किन सेक्टर में नौकरी कर सकते हैं?
- Information Technology
- Manufacturing
- Hospitality Management
- Marketing & Advertisement
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FAQ :
प्रश्न: DFA कोर्स क्या है?
उत्तर: यह एक डिप्लोमा कोर्स है, जिसे कम्प्लीट करने के बाद वित्तीय क्षेत्र में काम करने के लिए डिप्लोमा का सर्टिफिकेट इंस्टिट्यूट या कॉलेज के द्वारा प्रदान कराया जाता है |
प्रश्न: DFA का फुल फॉर्म क्या है?
उत्तर: DFA का फुल फॉर्म Diploma In Financial Accounting होता है|
प्रश्न: DFA कोर्स की फीस कितनी होती है?
उत्तर: DFA कोर्स की फीस अलग-अलग संस्था में भिन्न होता है, इस कोर्स की औसत फीस 4000-6500 रूपये तक होती है|
FINAL ANALYSIS :
आज के इस आर्टिकल में हमने जाना DFA Computer Course in Hindi, DFA कोर्स क्या है? और DFA Computer कोर्स के बारे में सारी जानकारी विस्तार से बता दिया है | आशा करता हूँ आप इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद अच्छे से समझ गए होंगे | अगर आप भी कंप्यूटर के फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है | इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद !