नमस्कार दोस्तों, आज के लेख में बात करेंगे, JPSC ki taiyari kaise karen (JPSC की तैयारी कैसे करें?), JPSC, जिसे संक्षेप में झारखंड लोक सेवा आयोग के रूप में संबोधित किया जाता है, JPSC झारखंड में विभिन्न पदों के लिए उम्मीदवारों की भर्ती के लिए हर साल परीक्षा आयोजित करता है। अगर आपको परीक्षा पास करना है तो आपको अच्छे हैं तैयारी करनी होगी,तभी आप JPSC परीक्षा में उत्तीर्ण हो सकते हो| आइए जानते हैं: JPSC ki taiyari kaise karen (JPSC की तैयारी कैसे करें?)
विषयों की सूची
JPSC के बारें में कुछ विवरण:
स्थापना वर्ष | 1 नवंबर 2000 |
बोर्ड का अधिकार क्षेत्र | झारखंड |
मुख्यालय की स्थिति | परिपत्र रोड, उप पारा, अहिरटोली, रांची, झारखंड |
आयोग का मूल विभाग | संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) |
आयोग द्वारा संचालित आधिकारिक वेबसाइट | jpsc.gov.in |
JPSC ki taiyari kaise karen (JPSC की तैयारी कैसे करें?)
JPSC की तैयारी करने के लिए आपको बहुत सी चीजों के बारें में ध्यान देना होता है,नीचें हम आपको ऐसे सभी पॉइंट को बताएँगे, जिसे फॉलो करके आप JPSC की अच्छे से तैयरी कर सकते हो :
JPSC तैयारी के दौरान याद रखने योग्य आवश्यक पहलू :
- हमेशा एनसीईआरटी की किताबों से तैयारी की से शुरुआत करें|
- JPSC की सिलेबस और परीक्षा पैटर्न की जानकारी प्राप्त करें|
- देश और झारखंड राज्य के करंट अफेयर्स के बारें में पढ़ें|
- इतिहास और भूगोल जैसे विषयों में पूरी तरह से निपुण हों।
JPSC सिलेबस और पैटर्न : JPSC Syllabus In Hindi
JPSC की तैयारी की टिप्स :
सिलेबस और परीक्षा के पैटर्न को समझें:
आयोग तीन चरणों में परीक्षा आयोजित करता है, अर्थात् प्रारंभिक चरण, मुख्य चरण और अंतिम में साक्षात्कार। आपको JPSC की सिलेबस और परीक्षा पैटर्न को बारिके से समझने होंगे, बिना इसके जाने आप अच्छे से तैयारी नहीं कर सकते हो, सिलेबस और परीक्षा पैटर्न जानने के लिए हमने ऊपर लिंक दिया है|
आप पढ़ाई के लिए एक समय सारिणी (टाइम टेबल) तैयार करें:
- टाइम टेबल बनाने से आपका पढ़ाई और अन्य कार्य के बीच संतुलन बना रहता है|
- एक इच्छुक उम्मीदवार को पढ़ाई करने के लिए खुद के लिए एक अध्ययन टाइम टेबल बनाना चाहिए।
- क्या पढ़ना है और किस-किस विषयों को कब पढ़ना है, आपको पहले से पता होता है और इससे आप अच्छे से अध्यनन कर पाते हो|
- आपको सभी विषयों की टाइम टेबल बनाना चाहिए, आपको कौनसा विषय कब पढ़ना है इसके लिए आपको टाइम टेबल बनाना होगा|
नियमित मॉक टेस्ट लें और उनका विश्लेषण करें:
- उम्मीदवारों को नियमित रूप से मॉक टेस्ट देना चाहिए जिससे उनके कौशल में सुधार हो।
- किया हुआ गलतियों को समझकर खुद का विश्लेषण करना महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- हफ्ते में कम से कम एक मॉक टेस्ट देने से खुद का विश्लेषण करने में मदद मिलती है।
- कई कोचिंग संस्थान ऑनलाइन कक्षाएं और परीक्षण भी प्रदान करते हैं, जिसके लिए उम्मीदवार पंजीकरण कर सकते हैं|
- उम्मीदवार केवल मॉक टेस्ट के लिए उपस्थित होकर अपने स्तर का विश्लेषण कर सकते हैं, और यदि अंतिम विश्लेषण संतोषजनक नहीं है; वह सुधार करने की तैयारी में अधिक समय दे सकती है।
- नियमित रूप से मॉक टेस्ट लेने से भी उम्मीदवारों को परीक्षा की वास्तविक समझ देने में मदद मिलती है।
- मॉक टेस्ट से यह भी पता चल जाएगा कि अंतिम परीक्षा कैसी होगी।
पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल करने का प्रयास करें:
- कम से कम पिछले 5 साल की पेपर को हल करने की कोशिश करें, इससे आपको अंदाजा हो जायेगा की प्रश्नों की संख्या कितनी होती हो और प्रश्न किस तरह के होते हैं|
- पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को देखने से यह भी साबित होता है कि कुछ प्रश्न दोहराए भी जाते हैं।
- पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करके, उम्मीदवार अंतिम परीक्षा की वास्तविक तिथि के दौरान प्रश्नों को समझना और हल करना सीखते हैं।
नोट्स तैयार करें:
परीक्षा शुरू होने से पहले अंतिम कुछ दिनों के दौरान, उम्मीदवारों को पाठ्यपुस्तक या अध्ययन सामग्री से पढ़ने का समय नहीं मिलेगा, इसी समय नोट्स आपका बहुत काम आता है, आप सभी विषयों के लिए नोट्स तैयार करें|
परीक्षा से पहले घबराएँ नहीं
हमेशा अपने दिमाग में सकारात्मक विचार लायें, कोई प्रश्न आपसे हल नहीं हो रहा है तो उस प्रश्न को अगले दिन हल करें, इससे आपका दिमाग शांत रहता है और आप ज्यादा टेंशन नहीं लेते हैं| परीक्षा से पहले परीक्षा सेंटर आधा घंटा पहले पहुचें, इससे आप परीक्षा के समय हड़बड़ी महसूस नहीं करेंगे|
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