नमस्कार दोस्तों, आज के लेख में बात करेंगे MA History Ke Baad Kya Kare, अगर आपने मास्टर ऑफ़ आर्ट्स इतिहास विषय से किया है और आप नहीं जानते हो की आगे क्या करना है तो आप सही जगह पर हैं, इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएँगे की आप एमए इतिहास के बाद क्या क्या कर सकते हो| आइए विस्तार से जानते हैं : MA History Ke Baad Kya Kare
विषयों की सूची
एमए इतिहास पाठ्यक्रम क्या है?
MA History Ke Baad Kya Kare जानने से पहले थोड़ा एम इतिहास के बारें में जानना बहुत आवश्यक है: इतिहास में एमए या (मास्टर ऑफ आर्ट्स) कला और मानविकी के क्षेत्र में 2 साल की पोस्टग्रेजुएट डिग्री है। स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद यह कोर्स किया जा सकता है। एमए इतिहास अतीत का अध्ययन और अतीत की वर्तमान व्याख्याओं का अध्ययन है। इसमें पिछले समाजों, लोगों, उनकी संस्कृति और विभिन्न राष्ट्रों की घटनाओं की कहानियां और आख्यान शामिल होते हैं। पाठ्यक्रम में प्राचीन भारत, मध्यकालीन भारत, आधुनिक भारत, विश्व इतिहास, भारत सरकार और राजनीति, साहित्य, आर्थिक इतिहास, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में समकालीन मुद्दे आदि जैसे विषय शामिल होते हैं।
MA History Ke Baad Kya Kare
एमए इतिहास के लिए नौकरी के अवसर काफी विशाल हैं। आप निजी और सरकारी दोनों क्षेत्रों में कार्य कर सकते हो, आप सरकारी जॉब्स की भी तैयारी कर सकते हो| और आप उच्च शिक्षा के लिए भी जा सकते हो|
एमए इतिहास के बाद नौकरियां और करियर :
इतिहासकार :
उनका काम अतीत से निष्कर्ष निकालने के लिए ऐतिहासिक दस्तावेजों का अध्ययन और शोध करना और उन्हें लिखने और प्रकाशित करने के माध्यम से संवाद करना है।
औसत वेतन : 5-7 लाख रूपये प्रति वर्ष
संग्रहालय का निरीक्षक :
वे धातु, टेराकोटा, कपड़ा, पेंटिंग आदि जैसे प्राकृतिक तत्वों के इतिहास के विशेषज्ञ होते हैं। उनका काम प्रत्येक वस्तु के रिकॉर्ड को बनाए रखना है, जैसे कि वस्तु की उम्र, जहां से इसे हासिल किया गया है, संरक्षण के तरीके आदि।
औसत वेतन : 2-4 लाख रूपये प्रति वर्ष
हाई स्कूल शिक्षक :
उनका काम अपने ज्ञान को साझा करना है। वे हाई स्कूल के छात्रों को इतिहास के क्षेत्र में पाठ डिजाइन और पढ़ाते हैं।
औसत वेतन : 2-4 लाख रूपये प्रति वर्ष
पुरालेखपाल :
पुरालेखपाल ऐतिहासिक दस्तावेजों और अभिलेखों को संरक्षित करने, चर्मपत्र और कागज पांडुलिपियों की मरम्मत, और दस्तावेजों को माइक्रोफिल्मिंग करने में विशेषज्ञ हैं। वे संग्रहालयों, पुस्तकालयों, राष्ट्रीय और राज्य अभिलेखागार आदि में नौकरी पा सकते हैं।
औसत वेतन : 4-6 लाख रूपये प्रति वर्ष
Archaeologist :
यह एक शोध-आधारित कार्य है जिसमें आमतौर पर फील्डवर्क की आवश्यकता होती है। उनके काम में उत्खनन, सिक्का परीक्षा, गूढ़ शिलालेख आदि शामिल हो सकते हैं।
औसत वेतन : 4-6 लाख रूपये प्रति वर्ष
एमए इतिहास के बाद सरकारी नौकरियां की तैयारी :
एमए इतिहास के बाद आप बहुत सारे सरकारी जॉब्स की तैयारी कर सकते हो, नीचें हम आपको कुछ बता रहे है, आपको जिस क्षेत्र में रूचि है वो उसकी तैयारी कर सकते हैं:
- सिविल सेवा (UPSC)
- रेलवे
- बैंकों
- वन विभाग
- सरकारी शिक्षक आदि|
एमए इतिहास के बाद उच्च शिक्षा :
एमए के बाद आप निम्नलिखित पाठ्यक्रम को कर सकते हैं :
- MPhil.
- Ph. D.
- MBA.
- PGDM.
- PG Diploma.
- Hotel Management.
एमए इतिहास का फ्यूचर स्कोप :
- एम इतिहास के बाद आप आप पीएचडी और एमफिल कर सकते हैं|
- इतिहास में पीएचडी करने वाले उम्मीदवार किसी भी सरकारी कॉलेज या विश्वविद्यालय में लेक्चररशिप के लिए जा सकते हैं।
- इतिहास में डिग्री रखने वाले छात्र अपने स्वयं के शोध को आगे बढ़ा सकते हैं और भविष्य में विभिन्न ऐतिहासिक घटनाओं पर अपने स्वयं के पेपर और किताबें प्रकाशित कर सकते हैं।
- सिविल सेवा – सिविल सेवा परीक्षा के पाठ्यक्रम में इतिहास शामिल है। विषय काफी विशाल है और इसलिए एमए इतिहास स्नातकों के लिए परीक्षा की तैयारी करना काफी आसान हो जाता है।
- राजनीति – वे राजनीति, कानून, व्यवसाय, मीडिया, या सार्वजनिक सेवाओं आदि के क्षेत्र में प्रबंधक, प्रशासक, व्याख्याता, राजनीतिक सामग्री लेखक / पत्रकार, सलाहकार आदि के रूप में काम कर सकते हैं।
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FINAL ANALYSIS :
आज के लेख में हमने जाना की MA History Ke Baad Kya Kare, मुझे आशा है की आपको इस लेख के जरिये एम इतिहास के बारें में विस्तार से जानकारी प्राप्त हुआ होगा, आपने मन के मुताबिक किसी भी क्षेत्र में जा सकते हो| इस MA History Ke Baad Kya Kare लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद!